गोविंदा-डेविड धवन ने साथ में दीं कई सुपरहिट फिल्में, लेकिन इस 1 कड़वी बात से टूट गई थी 20 साल पुरानी दोस्ती !

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‘आंखें’, ‘राजा बाबू’, ‘कूली नं. 1’, ‘साजन तले ससुराल’, ‘हीरो नं. 1’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों के लोग आज भी दीवाने हैं. 90 के दशक में निर्देशक डेविड धवन (David Dhawan) और एक्टर गोविंदा (Govinda) ने तो बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मचा दिया था. इन दोनों की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बेहद पसंद किया गया. डेविड धवन ने गोविंदा के साथ मिलकर कई फिल्में कीं, जिसमें ज्यादातर फिल्में उनकी सुपरहिट रहीं. डेविड और गोविंदा ने सिर्फ कॉमेडी ही फिल्मों पर काम किया था, जिसमें ये जोड़ी काफी हद तक सफल रही थी, लेकिन अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि इन दोनों की दोस्ती के बीच खटास आ गई और एक झटके में 20 साल की दोस्ती टूट गई. तो चलिए, आपको बताते हैं पूरी बात…

दरअसल, फिल्मी करिअर को पिक पर छोड़कर गोविंदा राजनीति में अपना करिअर बनाने निकल पड़े थे, लेकिन जब उन्हें राजनीति में सफलताएं हाथ नहीं लगी तो उन्होंने फिर से बॉलीवुड में वापसी का प्रयास किया, लेकिन उनकी वापसी पर्दे पर अच्छी नहीं रही, उनकी सारी फिल्में या तो फ्लॉप हुईं या फिर डिजास्टर और इसकी सबसे बड़ी वजह थी, डेविड का उनके साथ न होना.

नवभारत टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, गोविंदा ने डेविड के साथ अपनी खटास पर बात करते हुए बता था कि मैंने अपने किसी रिश्तेदार के साथ ऐसा रिश्ता नहीं निभाया था, जैसा उनके (डेविड) साथ निभाया था. उन्होंने कहा था कि डेविड को गोविंदा ने ‘चश्मे बद्दूर’ का सब्जेक्ट सुनाया था, और उन्होंने उस फिल्म को ऋषि कपूर के साथ बनानी शुरू कर दी थी.

गोविंदा ने आगे कहा था कि जिस वक्त ‘चश्मे बद्दूर’ की शूटिंग हो रही थी, तो उन्होंने डेविड को डांट लगाने के लिए फोन लगाया था, तो बोले कि तू सुन तो सही मैं कैसे बना रहा हूं और क्या कर रहा हूं. मैं बोला कि मैं क्यों सुनने लगा यार. तू कर क्या रहा है और पहले कहा तो कर मुझसे. कहता भी नहीं है कि सब्जेक्ट भी उठा लिया. काम कर दिया.

गोविंदा ने कहा था कि जब वह पॉलिटिक्स छोड़कर वापस फिल्मों में आने का प्लान बना रहे थे तो चीजें पहले से काफी बदल सी गई थी, और उस वक्त गोविंदा के सेक्रेटरी डेविड के पास हुआ करते थे, तो उन्होंने सेक्रेटरी से कहा था कि जो वो (डेविड) कह रहा होगा, उस वक्त तुम फोन ऑन रखना, क्योंकि गोविंदा सुनना चाहते थे कि कि ये कहता क्या है. फोन पर गोविंदा ने सुन लिया था कि वो कह रहे थे कि चीची बहुत सवाल पूछने लग गया है और इतने सवाल पूछने लग गया है कि उसके साथ काम करने का दिल नहीं करता. उससे कहो कि जो छोटा-मोटा रोल कहीं मिल जाए तो कर ले. यही एक बात गोविंदा के दिल को लग गई और दोनों के रिश्तों के बीच खटास आ गई.

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