12 साल बाद मेष राशि में सूर्य और गुरु एक साथ आएंगे. इनकी युति से राशियों को बेहद सकारात्मक परिणाम मिलेंगे. जानते हैं इन राशियों के बारे में. ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह के गोचर को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. जब किसी ग्रह के गोचर से युति का निर्माण होता है तो वह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. नवग्रहों के राजा सूर्य और देवताओं के गुरु बृहस्पति जल्द एक साथ मेष राशि में युति का निर्माण करेंगे.
सूर्य देव 14 अप्रैल को मेष राशि में प्रवेश करेंगे जबकि गुरु 22 अप्रैल को मेष राशि में गोचर करेंगे. इसके परिणामस्वरूप, करीब 12 साल बाद मेष राशि में सूर्य और बृहस्पति की युति देखने को मिलेगी. सूर्य और गुरु की इस युति से कुछ राशियों को बेहद सकारात्मक परिणाम मिलेंगे. जानते हैं इन राशियों के बारे में.
मेष राशि- सूर्य और गुरु की इस युति का निर्माण मेष राशि में ही हो रहा है. सूर्य-गुरु की यह युति मेष राशि वालों के लिए बहुत ही फलदायी साबित होने वाली है. इस समय आप जिस भी काम में हाथ लगाएंगे उसमें आपको सफलता मिलेगी. सूर्य और गुरु की युति के प्रभाव से मेष राशि वालों को करियर के क्षेत्र में तरक्की मिलने के पूरे आसार हैं. व्यापार में भी आपको इसका पूरा लाभ मिलेगा. इतना ही नहीं इस युति के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत बनेगी. पार्टनर के साथ आपके संबंधों में भी सुधार आएगा. आपको रचनात्मक कार्यों में भी लाभ मिलने की संभावना है.
मिथुन राशि- सूर्य-गुरु की युति से मिथुन राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा. अगर कोई नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो ये समय आपके लिए अनुकूल है. इस युति के प्रभाव से आपको कई नए अवसर प्राप्त होंगे. सूर्य-गुरु की युति के प्रभाव से आपका करियर भी आसमान छुएगा. मिथुन राशि के छात्रों को शिक्षा में अपार सफलता मिलेगी. मिथुन राशि वालों को अपार धन की प्राप्ति हो सकती है. जो लोग नौकरी की तलाश में हैं उन्हें नौकरी मिलने की भी पूरी संभावना है.
तुला राशि- अप्रैल में होने वाली सूर्य-बृहस्पति की युति तुला राशि वालों के लिए लाभ लेकर आएगी. इन लोगों को धन लाभ होने के प्रबल योग हैं. इस राशि के जातकों को बिजनेस में भी सफलता मिलेगी. इस युति के प्रभाव से तुला राशि वालों की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी. हालांकि, इस दौरान आपके खर्चों में बढ़ोतरी आ सकती है. इसलिए जितना हो सके अभी धन की बचत करने का प्रयास करें. वैवाहिक जीवन के लिए ये समय बेहतर रहने वाला है. जिन लोगों के विवाह में बाधाएं आ रही थीं, इस शुभ समय में वो भी दूर होने की संभावना है.