पूजा पाठ में विशेष तौर पर कपूर (Camphor) का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर से नाकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में कपूर का छोटा सा टुकड़ा बेहद लाभकारी है। कपूर अकेले ही कई वास्तु दोष को दूर करता है और घर में खुशहाली लाता है। इसके अलावा कपूर आर्थिक परेशानियों को भी निपटाने में लाभकारी है। तो आइए जानते हैं कैसे कपूर का इस्तेमाल करके आप अपने घर का वास्तु दोष दूर कर सकते हैं।
नौकरी-व्यवसाय में तरक्की पाने के लिए उपाय
यदि आप नौकरी और व्यवसाय में तरक्की पाना चाहते हैं तो रसोई घर का सारा काम खत्म करने के बाद एक कटोरी में कपूर और लौंग जलाएं। ऐसा करने से घर परिवार के सदस्यों की तरक्की होना शुरू हो जाती है और काम के नए अवसर भी मिलने लगते हैं।
आर्थिक संकट दूर करने के लिए उपाय
यदि आप आर्थिक संकट से जूझ रहें और कमाई से ज्यादा आपके खर्चे हो रहे हों या फिर आप पर अधिक कर्ज हो गया हो तो हो सकता है कि आपके घर की रसोई में वास्तु दोष हो। ऐसे में अपने रसोई घर में चांदी की एक कटोरी में कुछ कपूर और लौंग जलाएं। रोजाना ऐसा करने से आपके परिवार पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी और आपके आर्थिक संकट दूर होंगे। साथ ही मान्यता है कि ऐसा करने से रूके हुए काम भी पूरे होते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक रोजाना घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में कपूर जलाने से आर्थिक समृद्धि बनी रहती है।
कई बार होते है कि परिवार के लोगों को आपसी तालमेल अच्छा होने के बाद भी सदस्यों में मनमुटाव रहता है। ऐसे में आपको देसी घी में कपूर को रोजाना भिगोकर जलाएं। इसे घर के ऐसे स्थान पर रखें जहां से पूरे घर में इसकी खूशबू फैले। ऐसे करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास हो और सुख शांति बनी रहेगी। इतना ही नहीं इससे परिवार के सदस्य भी रोज मुक्त होते हैं।
पति-पत्नि का मनमुटाव दूर करता है कपूर
यदि पति -पत्नी के बीच मनमुटाव ज्यादा बना रहता है तो रात के वक्त पति के तकिए के नीचे कपूर रख दें। अगली सुबह बिना किसी को बताएं उसे जला दें। ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से आपस में शांति बनी रहती है और दोनो के बीच प्यार भी बढ़ता है। दरअसल ऐसा करने से राहु का प्रतिकूल प्रभाव दूर होता है।
ऐसे ठीक करें घर का वास्तु
घर में वास्तुदोष होने पर हर कमरे में कपूर की कुछ टकियां रख दें। जब वह टिकिया खत्म हो जाए तो उसकी जगह पर दूसरी टिकिया रख दें। मान्यता है कि ऐसा करने से वास्तुदोष का प्रभाव घर के सदस्यों पर कम होता है। साथ ही घर का वास्तुदोष भी धीरे-धीरे दूर होने लगता है।