पुलिस में जाने का सपना कई लोग देखते हैं लेकिन सिर्फ वे लोग ही पुलिस सेवा में जा पाते हैं जो पूरी लगन, मेहनत और डेडीकेशन के साथ तैयारी में जुटे रहते हैं. कई ऐसे लोग भी होते हैं जो पहले किसी और जॉब में होते हैं लेकिन उसके बाद उन्हें एहसास होता है कि उन्हें पुलिस में ही जाना है. इसके बाद वह लोग मेहनत करते हैं और पुलिस में भर्ती होते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही पुलिसकर्मी के बारे में बता रहे हैं जो पेशे से तो इंजीनियर हैं लेकिन उन्हें जब एहसास हुआ कि वह इंजीनियरिंग के बाद खुश नहीं है तो उन्होंने देश सेवा का रास्ता चुना और मध्यप्रदेश पुलिस में भर्ती हुए. इनकी फिटनेस इतनी कमाल की है कि वे किसी मॉडल से कम नहीं लगते. ये पुलिसकर्मी कौन हैं और इनकी फिटनेस का सीक्रेट क्या है? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.
इन हैंडसम पुलिसकर्मी का नाम रविन्द्र सिंह (Ravindra Singh) है और वे मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सब-इंस्पेक्टर हैं. विन्द्र बताते हैं, “मैं 2016 में पुलिस में भर्ती हुआ था. मेरा मन पहले पुलिस सेवा में जाने का नहीं था लेकिन इंजीनियरिंग करने के बाद मुझे समझ आ गया था कि मैं जॉब से खुश नहीं हूं और मेरा मन नौकरी करने का नहीं था. इसके बाद मैंने बैंकिंग सेक्टर में जाने की तैयारी की लेकिन उसमें भी मुझे मजा नहीं आया. बैंक की तैयारी छोड़कर मैंने पुलिस सेवा में जाने का मन बनाया और डेढ़ साल तक पूरी मेहनत के साथ तैयारी की. इसके बाद 2016 में दूसरे अटेम्ट में मध्यप्रदेश पुलिस में सब-इंस्पेक्टर बना.”
एसआई रविन्द्र बताते हैं, “जब मैं कॉलेज में था तब बहुत पतला हुआ करता था और लोग उसके लिए मुझे ताने भी मारते थे. जब मैं 20 साल का था तब पहले बार जिम देखा था. जिम में धीरे-धीरे एक्सरसाइज और डाइट के बारे में जानकारी हुई और फिर मेरा वजन बढ़ना शुरू हुआ. मैं यह नहीं कहूंगा कि मेरा वजन एक-दो साल में ही बढ़ गया. मैं आज 11 साल बाद भी अपनी फिटनेस पर काम कर रहा हूं. फिटनेस में मेरी प्रोग्रेस धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. आज मेरा वजन 91 किलो है और मैं अपनी फिटनेस को मेंटेन करके रखता हूं.”
एसआई रविन्द्र बताते हैं “पुलिस की नौकरी में हमें 24 घंटे भी एक्टिव रहना पड़ता है क्योंकि कब क्या इमरजेंसी आ जाए. ड्यूटी के साथ फिटनेस को मेंटेन करना मुश्किल होता है लेकिन फिर भी मैं रोजाना एक-डेढ़ घंटे एक्सरसाइज के लिए निकाल लेता हूं. मैं डाइट का उतना अच्छे से ख्याल नहीं रख पाता तो मैं अपने साथ ड्राई फ्रूट्स, व्हे प्रोटीन साथ रखता हूं जो इमरजेंसी में मेरे खाने के काम आते हैं. अगर डाइट की बात करें तो मेरी डाइट में लगभग 25 एग व्हाइट, करीब डेढ़-दो लीटर दूध, व्हे प्रोटीन, ड्राई फ्रूट्स दाल, चावल, सब्जी, रोटी शामिल होते हैं.
रविन्द्र आगे बताते हैं, “मैंने कभी सिक्स पैक एब्स बनाने पर ध्यान नहीं दिया, सिर्फ फिटनेस पर ध्यान दिया है. मुझे लगता है कि मैं अपनी फिटनेस को मेंटन कर पा रहा हूं. मैं रोजाना जिम जाता हूं और एक्सरसाइज करता हूं. रोजाना सिंगल बॉडी पार्ट की एक्सरसाइज करता हूं. जिससे मुझे फिट रहने में मदद मिलती है. इसके अलावा कई बार मैं समय मिलने पर वॉक भी कर लेता हूं. जिससे मुझे कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है.