30 साल बाद शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि में हैं विराजमान, इन 3 राशि वालों को आकस्मिक धन-लाभ के प्रबल योग !

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वैदिक ज्योतिष के मुताबिक जब भी कोई एक राशि से दूसरी राशि में गोचर या युति बनाता है, तो इसका सीधा असर मानव जीवन पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि 18 जून को शुक्र ने वृष राशि में प्रवेश कर लिया है, जहां पहले से ही बुध ग्रह विराजमान हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह और शुक्र देव में मित्रता का भाव विद्यमान है। वहीं 30 साल बाद शनि ग्रह अपनी मूल त्रिकोण राशि में स्थित हैं। इससे 4 राशि वालों की गोचर कुंडली में डबल महापुरुष राजयोग का निर्माण हो रहा है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…

वृष राशि

आपकी गोचर कुंडली में दो महापुरुष राजयोग बन रहे हैं। आपकी राशि से लग्न भाव से मालव्य राज योग का निर्माण हो रहा है। जिससे आपको करियर में आशातीत सफलता मिल सकती है। वही इस दौरान कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां आपको मिल सकती हैं। नई नौकरी क प्रस्ताव आ सकता है या फिर आप नौकरी में कार्यरत हैं तो आपकी पदोन्नती हो सकती है। वहीं इस दौरान समाज में आपके मान- सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। इस समय आप एक पन्ना और नीलम पहन सकते हैं, जो आपके लिए लकी स्टोन साबित होगा।

वृश्चिक राशि

राजयोग बनने से आप लोगों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। । शश राज योग बनने से आपको नई जॉब का ऑफर आ सकता है। साथ ही इस दौरान आपको व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। इस समय प्रापर्टी के क्रय- विक्रय में भी आपको लाभ हो सकता है। इस समय कोई व्यावसायिक डील फाइनल हो सकती है, जो भविष्य में आपको लाभ पहुंचा सकती है। साथ ही इस समय कारोबार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। आप इस समय एक पुखराज या सुनहला रत्न धारण कर सकते हैं। जो आपके लिए भाग्य रत्न साबित हो सकता है।

कुंभ राशि

आप गोचर कुंडली से दो महापुरुष राजयोग बन रहे हैं। जिनके नाम शश और मालव्य  हैं। जिससे इस दौरान आपको भौतिक सुख प्राप्ति होगी। वहीं इस दौरान आप वाहन और नया घर खरीदने का मन बना सकते हैं। साथ ही इस समय व्यापार में आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है। वहीं इस समय आप नए- नए सोर्स से धन कमाने में सफल होंगे। इस समय आपको किस्मत का भी पूरा साथ मिलेगा। इस समय आप एक नीलम या नीली रत्न धारण कर सकते हैं जो आपके लिए लाभप्रद साबित होगा।

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