तुलसी को अन्य वनस्पतियों में शुभ और मंगलकारी माना जाता है. इसलिए अधिकांश लोग रोज सुबह इसमें जल देते हैं. धार्मिक मान्यता है कि रोज सुबह स्नान के बाद तुलसी में जल (Water in Tulsi) अर्पित करने से जीवन के दुर्भाग्य दूर होते हैं. साथ ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की कृपा बनी रहती है.
कहा जाता है कि जो लोग घर में तुलसी का पौधा (Tulsi Plant) रखते हैं, उन्हें मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है. तुलसी में जल चढ़ाने के कुछ खास नियम बताए गए हैं. कहा जाता है कि अगर तुलसी से जुड़े नियमों (Rules Related to Basil) का पालन नहीं किया जाता है तो ये बेहद अशुभ फल दे सकता है. आइए जानते हैं कि तुलसी में जल (Water in Basil) देते वक्त किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
तुलसी में जल देने के खास नियम
धार्मिक मान्यता के अनुसार, एकादशी के दिन कभी भी तुलसी (Tulsi) में जल नहीं दिया जाता है. माना जाता है कि इस दिन तुलसी में जल देने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाता हैं. जिस कारण जीवन में तमाम तरह की आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा मान्यता यह भी है कि इस दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.
तुलसी में जल देने के खास नियम बताए गए हैं, जिसके मुताबिक तुलसी माता को जल अर्पित करते वक्त बिना सिलाई का एक वस्त्र पहनना चाहिए. मान्यतानुसार रविवार को तुलसी में जल अर्पित नहीं किया जाता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि मान्यता है कि इस दिन तुलसी माता विश्राम करती हैं. कहा जाता है तुलसी में जल देने का सबसे उपयुक्त और उत्तम समय सूर्योदय काल का होता है. उस वक्त तुलसी में जल देने से विशेष लाभ प्राप्त होता है. ऐसी मान्यता है. तुलसी में बहुत अधिक मात्रा में जल नहीं दिया जाता है. क्योंकि अधिक जल की वजह से तुलसी सूख सकती है. कहा जाता है कि घर में तुलसी का बार-बार सूख जाना अच्छा नहीं है.
इस दिशा में ना रखें तुलसी
धार्मिक मान्यता और वास्तु शास्त्र के मुताबिक तुलसी को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए. इस दिशा में तुलसी को रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है. साथ ही इस दिशा में तुलसी रखने से नुकसान हो सकता है.
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
कहा जाता है कि तुलसी का पौधा घर की छत पर नहीं होना चाहिए. क्योंकि इससे घर में कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसके अलावा तुलसी के साथ किसी भी कांटेदार पौधे को नहीं लगाना चाहिए. दरअसल इसे अशुभ माना गया है.